-जनप्रहरी एक्सप्रेस
जोधपुर. प्राइवेट हॉस्पिटल के खिलाफ धरना देने वाली ओसियां (जोधपुर) विधायक दिव्या मदेरणा का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। ‘चिरंजीवी’ योजना का लाभ नहीं देने को लेकर अब जोधपुर कलेक्टर पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सीएमएचओ के लेटर को ट्वीट करते हुए लिखा है, यह तमाचा कलेक्टर और सरकारी सिस्टम पर है। दिव्या मदेरणा ने कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को लेकर एक और ट्वीट किया था। इसमें लिखा था मैं कलेक्टर को खुली चुनौती देती हूं कि मुझे गलत साबित करें या स्वीकार करें, उनसे बड़ी गलती हुई है। मामला 10 सितंबर को महामंदिर स्थित श्रीराम हॉस्पिटल का है।
ओसियां निवासी जोगेंद्र डूडी (43) को 7 सितंबर को हार्ट अटैक आने पर श्रीराम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। परिजनों का आरोप था कि इलाज को चिरंजीवी योजना के तहत नहीं जोड़ा गया और रुपए वसूल किए गए। मामला सामने आने के बाद दिव्या मदेरणा 10 सितंबर की रात हॉस्पिटल पहुंची थीं और धरने पर बैठ गई थीं। विवाद बढ़ा तो हॉस्पिटल मैनेजमेंट और प्राइवेट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने स्पष्ट किया था कि बिल की भरपाई वो लोग अपने स्तर से खुद करेंगे। विधायक का कहना था कि इस बीमारी का इलाज चिरंजीवी योजना के तहत होता है। इसके बाद उन्होंने जोधपुर सीएमएचओ को लेटर लिख यह जानकारी मांगी थी कि क्या मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में प्राइमरी एंजियोप्लास्टी विद स्टेंट और टेंपरेरी पेसमेकर इंप्लीटेशन का पैकेज उपलब्ध है या नहीं ? सीएमएचओ की ओर जवाब दिया कि इन दोनों के पैकेज इस योजना में शामिल हैं। लेटर मिलते ही विधायक मदेरणा ने इसे ट्वीट किया और लिखा यह तमाचा है मानवता के साथ शोषण करने वाले मेडिकल माफिया के ऊपर, यह तमाचा है प्राइवेट हॉस्पिटल संघ के ऊपर, यह तमाचा है श्रीराम हॉस्पिटल के मालिक डॉ. सुनील चांडक के ऊपर, यह तमाचा है जिला कलेक्टर के ऊपर, यह तमाचा है सरकारी तंत्र की अपाहिजता के ऊपर। सीएमएचओ का मेरे पत्र का उत्तर- ‘यह उपचार चिरंजीवी में उपलब्ध है’।
दिव्या मदेरणा बोलीं, मामले में सारी गलती कलेक्टर की
इस मामले को लेकर दिव्या मदेरणा बोलीं मैं पहले दिन से ही कह रही हूं कि जगदीश डूडी ने जो उपचार लिया था वह चिरंजीवी बीमा योजना के तहत कवर होता है। मैं खुद उसका पता करने के बाद धरने पर बैठी थी। इसके बाद मैंने सीएमएचओ को लेटर लिखकर इस मामले में जानकारी भी मांगी थी। लेटर के जवाब में सीएमएचओ ने कहा कि इस बीमारी का कोड चिरंजीवी बीमा योजना के तहत कवर होता है। सीएमएचओ अब इस बात का जवाब दे रहे हैं तो उस दिन उन्हें क्यों नहीं पता था।
प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन के डॉक्टर नगेंद्र शर्मा अपने भाषण में मीडिया के सामने बोल रहे थे कि इस बीमारी का कोड चिरंजीवी बीमा योजना के तहत नहीं आता है। मैंने उसी दिन कहा था कि यह लोग खुद को बचाने के लिए झूठ बोल रहे हैं। आज इन सब का झूठ एक्सपोज हो गया। मेरे कहने का मतलब यह है कि इसमें पूरी तरह से कलेक्टर की गलती है, क्योंकि यदि नोडल अधिकारी होने के नाते उन्हें ही इस मामले के बारे में जानकारी नहीं होगी तो किसे पता होगा। इधर, डिप्टी सीएमएचओ प्रीतम सिंह ने कहा कि हमसे विधायक ने पत्र लिख कर जवाब मांगा था कि यह कोड चिरंजीवी में है या नहीं और हमने उसका जवाब दिया। जो कोड थे वह चिरंजीवी में है।
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