नयी दिल्ली। महिलाओं को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए वैश्विक स्तर के साथ-साथ भारत में भी कई सरकारी और गैर-सरकारी योजनाएं चलाई जा रही है। महिला उद्यमियों को जानकारी प्रदान करने वाली वेबसाइट शीएटवर्क डॉट कॉम के मुताबिक गोवा, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, राजस्थान और पश्चिम बंगाल महिला उद्यमियों के लिए सबसे अधिक योजनाओं की पेशकश करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं। वेबसाइट ने भारत में महिला उद्यमशीलता की स्थिति पर रपट पेश की है, जिसमें यह तथ्य सामने आया है। रपट के मुताबिक, महिलाओं के लिए योजनाओं की पेशकश के लिहाज से गोवा और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्य सबसे आगे है। ये योजनाएं मुख्य रूप से महिलाओं को उद्यमों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने पर केंद्रीत है। इसके बाद योजनाओं में प्रशिक्षण और कौशल विकास को तवज्जों दिया जाता है। वहीं, महिला उद्यमियों की संख्या के आधार पर पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु शीर्ष पर है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं छोटे एवं मझोले कारोबार में शामिल हैं। पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और नगालैंड में महिला उद्यमियों की तादाद अपेक्षाकृत कम है।
रपट में पाया गया है कि देशभर में करीब 80 प्रतिशत महिला उद्यमी वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने वाली विभिन्न सरकारी योजनाओं के बजाए कारोबार का वित्त पोषण स्वयं कर रही हैं। विज्ञप्ति में शीएटवर्क डॉट कॉम की संस्थापक रूबी सिन्हा ने कहा, “भारत में वर्षों से केंद्र और राज्य सरकारों के साथ स्वतंत्र एजेंसियों द्वारा महिला उद्यमिता की दिशा में काफी प्रयास किए गए हैं। हालांकि महिला उद्यमशीलता को लेकर जागरूकता और प्रोत्साहन के स्तर में अब भी काफी कमी है। इस रिपोर्ट के पीछे हमारा उद्देश्य यह समझना है कि आज भारत में महिला उद्यमशीलता किस स्थिति में है और मौजूदा व्यवस्था और महिला उद्यमियों के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का कैसे बेहतर उपयोग किया जा सकता है।”