नई दिल्ली। देश की स्वदेशी कंपनी एचएमटी घड़ी के बाद एचएमटी ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी भी बंद होगी। यह कंपनी काफी समय से घाटे में चल रही है। घाटे को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस सरकारी ट्रैक्टर कंपनी एचएमटी को बंद करने के फैसले को मंजूरी दे दी है। पिंजौर स्थित इस इकाई के कर्मचारियों के वेतन-भत्ते और बकाया देने के लिए केन्द्र सरकार ने 718 करोड़ रुपए भी जारी कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में एचएमटी की बंगलुरु और कोच्चि में पड़ी जमीन को भी सरकारी निकायों को हस्तातंरित करने की इजाजत दे दी है।

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