अहमदाबाद। उत्तर प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां गुजरात के उद्योगपतियों से मुलाकात की और उनसे राज्य में निवेश का आह्वान किया।उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि मुलाकात के दौरान उन्हें गुजरात के उद्योगपतियों से राज्य में निवेश को लेकर उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिली।शर्मा ने मुलाकात के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम गुजात के उद्योगों से उत्तर प्रदेश में निवेश की उम्मीद कर रहे हैं। लाजिस्टिक्स, रत्न एवं आभूषण के अलावा कपड़ा और औषधि दो विशिष्ट क्षेत्र हैं जिसमें गुजरात के निवेशकों का अहम् योगदान हो सकता है।उत्तर प्रदेश में 21-22 फरवरी को होने वाले निवेशक सम्मेलन के हिस्से के तौर पर यहां एक रोड़-शो का आयोजन किया गया।शर्मा ने कहा कि गुजरात और उत्तर प्रदेश के बीच काफी नजदीकी रिश्ते हैं। ‘‘हमें गुजरात से निवेशकों की काफी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया देखने को मिली है। हमने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिये गुजरात के उद्योग को तरजीह दी है।’’ उत्तर प्रदेश के मंत्री ने बताया कि राज्य में जो निवेशक सम्मेलन किया जा रहा है उसमें मुख्य ध्यान राज्य के कम विकसित क्षेत्रों के विकास पर होगा।शर्मा ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिये कई तरह के सुधार और नीतिगत बदलाव किये गये हैं।
शर्मा के साथ राज्य के उद्योगमंत्री सतीश महाना भी थे।महाना ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और बिजली आपूर्ति परिदृश्य भी काफी बेहतर हुआ है। राज्य सरकार सातों दिन 24घंटे बिजली उपलब्ध कराने की इच्छा रखती है।महाना ने कहा कि गुजरात के जो उद्योग अपने कारोबार का विस्तार करना चाहते हैं उनके लिये उत्तर प्रदेश काफी उपयुक्त हो सकता है।उत्तर प्रदेश के उद्योग आयुक्त अनूप पांडे ने कहा कि राज्य में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिये भूमि अधिग्रहण कर लिया गया है। राज्य में 143 मौजूदा औद्योगिक क्षेत्र हैं। उद्योगों के विकास के लिये खाली भूमिय हिस्सों का अधिग्रहण किया गया है।उत्तर प्रदेश सरकार कृषि, खाद्य पस्ंस्करण, कपड़ा, पर्यटन, डेयरी, इलेक्ट्रानिक विनिर्माण, फिल्म निर्माण, नवीनीकरण ऊर्जा, नागरिक उड्डयन सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में निवेश के अवसर पर नजर रखे हुये है।