प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच 10 मार्च, 2018 को नई दिल्ली में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन को अपनी कार्यव्यापी (एक्सपोस्ट फेक्टो) मंजूरी प्रदान कर दी है।दोनों देशों का उद्देश्य राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई), भारत और आई एनर्जी एटॉमिक एट ऑक्स एनर्जीज़ अल्टर्नेटिव्स (सीईए) फ्रांस, के बीच चुने गये क्षेत्रों में अनुसंधान/प्रदर्शन/पायलट परियोजना की पहचान करना है।
पारस्परिक करार पर आधारित दोनों पक्ष आई. एस. ए. सदस्य देशों में पायलट परियोजना के कार्यान्वयन और संचालन के लिए काम करेगी। यह सहयोग संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, संयुक्त अनुसंधान एवं विकास, संयुक्त कार्यशालाओं, अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान जिसमें दोनों देशों के विशेषज्ञों के आदान-प्रदान भी शामिल हैं, सहित अनेक संसाधनों के तौर-तरीकों के माध्यम से हो सकता है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य विशेषज्ञों के आदान-प्रदान एवं जानकारी की नेटवर्किंग करना भी है।
समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी।